बाज की ये 5 आदत हर इंसान को सिखना चाहिए?
बाज….
पक्षियों का राजा.. बहुत ही तेज और खतरनाक शिकारी, बाज ऐसे ही राजा नहीं कहलाता है।
बल्कि अपने Rules और आदतों की वजह से भी कहलाता है,जो सबसे ज्यादा ऊंचाई पर उड़ता है,तो सच में कुछ बनना है तो बाज की आदतों को जान लो।
मैं बाज की पांच बातें बताने वाला हूं जिसे सभी लोगो को सीखना चाहिए।
No 1. हर प्रॉब्लम एक Opportunity लेकर आता है.
आंधी तूफान या बारिश ये जब होती है तो बड़े से बड़े पक्छी भी अपने घोसले में बैठ रहते हैं,पर बाज ऐसा नहीं करता है वो इसके मज़े लेता है, और तेज हवाओं के साथ ऊंची उड़ान भरता है, तब तक नहीं रुकता जब तक बादलों को चीर कर पार न कर जाए, बाज हमें सिखाता है हर प्रॉब्लम एक Opportunity लेकर आता है, बस आपको प्रॉब्लम को मज़े के साथ डील करना होगा।
No 2. अपने गोल पर focus करो
अपने टारगेट को लेकर बाज पूरी तरह से क्लियर और एकाग्र रहता है, बाज की नजरें इतनी तेज होती है कि अपने शिकार को 4 से 5 किलोमीटर के दूरी से ही नजर जमा लेता है, और नजर जमने के बाद अपने शिकार को पाकर ही रहता है, उसको बस अपना शिकार ही नजर आता है आस पास की चीजों को बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता है, बाज की ये आदत हमें सिखाती है कि अपने गोल पर focus करो, आस पास के लोग या कोई और क्या बोल रहा है उस पर बिल्कुल भी ध्यान मत दो बाज की तरह तभी अपने लक्ष्य को हासिल कर पाओगे।
No 3. अपने पास्ट को वर्तमान में जगह बिलकुल मत दो.
शायद आपको पता नहीं होगा की बाज खुद के शिकार किये हुए जानवर को ही खाता है, मरे हुए या किसी और के किए हुए शिकार को कभी नहीं खाता है, बाज की ये आदत हमें सिखाता है कि जो हमारा पास्ट है वो मर चुका है, अपनी पास्ट की पुरानी यादें जो तुम्हें तंग करती है उन्हें वही रहने दो जहां उसकी जगह है और तुम्हारे पास्ट की जगह है तुम्हारे पास्ट में उसे वर्तमान में जगह मत दो, बिल्कुल उसी तरह जिस तरह बाज कभी भी मरे हुए पुराने मांस को नहीं खाता,
No 4. छोटी सोच वाले लोगों से दूर रहो.
बाज की उड़ान सबसे ऊंची होती है क्योंकि वो कभी भी अपने से छोटे पक्षियों के साथ नहीं उड़ता है, बाज के अलवा कभी भी वो किसी और के साथ नहीं उड़ता है, आपने अक्सर देखा होगा की आसमान में बाज ज्यादातर अकेला ही उड़ते हुए दिखाई देता है, बाज की ये आदत हमें सिखाता है की कभी भी छोटी सोच वाले लोगों के साथ नहीं रहना चाहिए।
No 5. अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलो.
बाज कभी भी अपने घोसले को नरम या कम्फर्ट जोन में नहीं रखता है, अगर कोई घास नरम होता है तो उसे निकाल के फेक देता है। ताकि उसके बच्चों को कम्फर्ट जोन की आदत न पड़ जाए, बाज जानता है कि कम्फर्ट जोन में रह कर कभी भी ग्रोथ नहीं किया जा सकता है, पर लोग ये बात समझने में पूरी Life निकाल देते हैं।
की कम्फर्ट जोन में रहने की वजह से उनका ग्रोथ नहीं हो पा रहा है, फिर अपनी किस्मत को कोसते रहते हैं कि मेरी किस्मत ही खराब है।
कम्फर्ट जोन से निकलो तभी Life में कुछ कर पाओगे, नहीं तो जहा हो वही के वही रह जाओगे।
किस्मत बदलने का इंतजार नहीं, किस्मत बदलने का प्रयास कर..